गैंगस्टर विकास दुबे को पुलिस ने गुरुवार को उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया है। विकास ने कानपुर के बिकरु गांव में 8 पुलिसवालों की हत्या की थी।
घटना के बाद कई राजनेता और राजनीतिक पार्टियों ने जमकर हो-हल्ला मचाया। यह वही पार्टियां हैं, जो चुनावों में खुलकर आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों को उतारती हैं।
इनमें से कई उम्मीदवार जीतकर लोकसभा और विधानसभा पहुंच भी जाते हैं। लेकिन, जब यही आपराधिक रिकॉर्ड वाले राजनेता कहीं के विधायक या सांसद बनते हैं, तो अपराधियों के खिलाफ जमकर बोलते हैं।
उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है, जहां की आबादी 22 करोड़ से ज्यादा है। इतनी आबादी पाकिस्तान के बराबर है। यहां सबसे ज्यादा विधानसभा और लोकसभा की सीट हैं।
यहां से 80 लोकसभा सांसद और 403 विधायक चुनकर आते हैं। इनमें से कई सांसद और विधायक आपराधिक रिकॉर्ड वाले भी होते हैं।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां के 2019 में चुनकर आए यहां के 80 लोकसभा सांसदों में से 44 सांसदों पर आपराधिक मामले दर्ज थे। जबकि, 2017 के विधानसभा चुनाव में चुनकर आए 403 विधायकों में से 147 विधायकों पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं।
