राजस्थान में रविवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून ने रफ्तार पकड़ ली। आज भरतपुर, कोटा, उदयपुर, अजमेर और जयपुर संभाग के अधिकतर हिस्सों में मानसून सक्रिय हो गया। राजधानी जयपुर समेत कई जिलों में शाम करीब चार बजे मौसम बदलने लगा। आसमान में काले बादल छाए और फिर बादलों की तेज गड़गड़ाहट और हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। वीकेंड पर मौसम में हुए बदलाव से लोगों के चेहरों पर खुशी नजर आई। रविवार को छुट्टी का दिन होने से लोग आसपास पर्यटन स्थलों पर घूमने निकल गए। लेकिन, इन सबके बीच कई परिवारों पर आसमान से आफत गिरी है। तेज बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से धौलपुर में 3 और कोटा 4 बच्चों तथा सवाई माधोपुर में एक व्यक्ति की मौत हो गई। जयपुर में आमेर महल के सामने वॉच टावर पर बिजली गिरने से एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए हैं। अभी रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। जयपुर में 63 mm से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। ये सीजन की पहली जबरदस्त बारिश है। पिछले एक घंटे से जारी बारिश लगातार जारी है। प्रदेश में बिजली गिरने से हुई दुखद घटनाओं पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संवेदना व्यक्त की है।
जयपुर में पहली अच्छी बारिश
इस साल भीषण गर्मी के बाद जयपुर में मानसून की ये पहली अच्छी बारिश है। शाम को हुई बारिश का क्रम पिछले एक घंटे से लगातार जारी है। कहीं पर रुक-रुककर तो कहीं पर हल्की बारिश चल रही है। बारिश से निचली बस्तियों में जल भराव की भी समस्या आ रही है। हालांकि, बारिश से लोगों ने गर्मी में निजात महसूस की है। मौसम विभाग के अनुसार बारिश का ये सिलसिला अगले दो दिन तक जारी रह सकता है।
24 से 48 घंटों में और ज्यादा सक्रिय होगा मानसून
मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार आगामी 24 से 48 घंटों में कुछ और भागों में मानसून आगे बढ़ेगा। जयपुर संभाग में आगामी 24 घंटे में कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना है। बीकानेर संभाग के जिलों में भी 48 घंटों में उमस और गर्मी रहेगी। इसके बाद बारिश के होने की संभावना है। सवाईमाधोपुर जिले के मलारना डूंगर व बौंली क्षेत्र में एक घंटे से बारिश हुई।
मोरेल क्षेत्र में झमाझम बारिश से मुख्य नहर क्षेत्र के 70 गांवों में खेतों में लबालब पानी भर गया। चौथ का बरवाड़ा में भी रविवार को मौसम की पहली बारिश हुई। इससे निचले इलाकों में पानी भर गया। भरतपुर शहर में रविवार को तेज बारिश से शहर की जामा मस्जिद, बासन गेट इलाकों में पानी भर गया। पहली अच्छी बारिश ने ही नगर निगम के दावों की पोल खोल दी। भरतपुर में कई निचले इलाकों में कई घरों में पानी घुस गया।
एक बुजुर्ग महिला समेत पांच झुलसे
मानसून के आगमन के साथ ही सात बच्चों की मौत ने कई परिवारों की खुशियां छीन लीं। जानकारी के अनुसार धौलपुर के बाड़ी तहसील के कुदिन्ना गांव में बिजली गिरने से 15 वर्षीय लवकुश, 8 वर्षीय भोलू और 10 वर्षीय विपिन की मौत हो गई। ये तीनों बच्चे गांव में ही बकरियां चराने गए थे।
इसी तरह, कोटा ग्रामीण जिले में कनवास कस्बे के गरड़ा गांव में आकाशीय बिजली गिरने से चार बच्चों की मौत हो गई। इसमें 15 वर्षीय विक्रम, 8 साल का राकेश, 15 साल का राघेय और 12 साल का अर्जुन है। इसके अलावा 65 वर्षीय फूलीबाई और चार बच्चे झुलस गए।
सवाई माधोपुर के बौंली में बिजली गिरने से अधेड़ की मौत
लंबे इंतजार के बाद हुई झमाझम बारिश के साथ बिजली गिरने से एक अधेड़ के मृत्यु हो गई। मृतक बस राम (45) गूगड़ोद तहसील बौंली का रहने वाला है। आर्थिक दृष्टि से गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाला बस राम गुर्जर शाम 5 बजे बरसात शुरू होते ही बकरियां बांधने गया था। तभी उस पर आकाशीय बिजली गिर गई।
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