जोधपुर शहर के मसूरिया श्रमिकपुरा में रहने वाले एक मोटर बॉडी रिपयेरिंग करने वाले व्यक्ति ने अपनी पत्नी के साथ सुबह फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। दंपती का सबसे छोटा बेटा दो दिन से एक शादीशुदा महिला के साथ गायब है। ऐसे में माना जा रहा है कि बदनामी के डर से दोनों ने अपनी जान दे दी। पुलिस ने शवों को मथुरादास माथुर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है।

देवनगर थानाधिकारी सोमकरण ने बताया कि मसूरिया श्रमिकपुरा मकान नंबर 123 मेें रहने वाला 48 साल का विष्णुदत्त सुथार मोटर बॉडी रिपयेरिंग का कार्य करता था। वह पत्नी 45 साल की मंजू देवी, दो पुत्रों और तीन बेटियों के साथ यहां पर रहता था। विष्णुदत्त के खुद के चार अन्य भाई भी हैं जिनके घर भी आसपास बने हैं। आज सुबह 9.45 बजे पुलिस को विष्णुदत्त और उसकी पत्नी मंजू के फंदे से लटक कर जान देने की जानकारी मिली। इस पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। तब तक परिवार के लोग दोनों को फंदे से उतार कर एमडीएमएच लेकर गए। उस वक्त तक मंजूदेवी की सांस चल रही थी। अस्पताल लाए जाने पर डॉक्टर ने दोनों को मृत बता दिया।

सुबह आठ बजे भरा था पानी 
परिजन और आसपास के लोगों ने पुलिस को बताया कि सुबह आठ बजे तक घर में सबकुछ ठीक था। इन्होंने पानी भी भरा था। उसके बाद यह घटना हुई है। पुलिस को सूचना 9.45 बजे के आसपास हुई।

छोटा पुत्र किसी शादीशुदा महिला के साथ गायब
विष्णुदत्त के पांच बेटे-बेटियां हैं। घटना के समय एक बेटा घर पर था। तब घटना का पता लगा। उसका छोटा बेटा दो दिन पहले घर से निकला था। वह किसी शादीशुदा महिला के साथ गया है। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। ऐसे में दोनों घर छोड़कर भाग गए। माना जा रहा है कि इससे समाज में अपनी प्रतिष्ठा खराब होने की सोचकर पति-पत्नी ने जान दे दी।

एक ही कमरे में लगाया फंदा 
थानाधिकारी सोमकरण के अनुसार, दोनों ने एक ही कमरे में फंदा लगाया था। कमरे में पंखे के दो हुक लगे हैं और दोनों ने अलग अलग हुक में ओढ़नी का फंदा लगाकर खुदकुशी की है। जब मंजूदेवी को फंदे से उतारा गया तब घरवालों का लगा कि उसकी सांसें चल रही हैं तब तुरंत ही विष्णुदत्त और मंजूदेवी को परिजन फंदे से उतार कर अस्पताल लेकर पहुंचे। मगर डॉक्टर ने उन्हें मृत बता दिया।

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