आरयू को इस साल परीक्षा शुल्क से 166 करोड़ रुपए मिले हैं। इसमें परीक्षा फीस के अलावा डवलपमेंट फंड और विमर्श शुल्क भी है। हालांकि सरकार के निर्णय के अनुसार परीक्षाएं सिर्फ फाइनल ईयर की हो रही हैं। यूजी फर्स्ट- सेकंड ईयर और पीजी फर्स्ट ईयर को बिना परीक्षा प्रमोट कर दिया गया है। 166 में 90 करोड़ से ज्यादा फर्स्ट, सेकंड ईयर की परीक्षा फीस है।

सवा 5 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स की फीस
राजस्थान यूनिवर्सिटी में जयपुर, दौसा के करीब सवा 5 लाख स्टूडेंट्स रेगूलर और प्राइवेट यूजी, पीजी कर रहे हैं। इनमें यूजी व पीजी फाइनल में 2.15 लाख छात्र हैं, जिनकी परीक्षा हो रही है। इस साल यूनिवर्सिटी को मिले 166 करोड़ में परीक्षा फीस से 141 करोड़, डवलपमेंट फीस से 3 करोड़ और विमर्श शुल्क से 22 करोड़ की आय हुई है।
विभिन्न कक्षाओं की परीक्षा फीस
बीए, बीएससी, बीकॉम, बीसीए, बीबीए व अन्य कोर्स फर्स्ट ईयर की रेगुलर स्टूडेंट्स की 1320, एक्स स्टूडेंट्स की 1630, नॉन कॉलेज की 2300 और 1 हजार विमर्श शुल्क है। सेकंड ईयर में रेगुलर की 1920, एक्स की 1630, नॉन कॉलेज की 2940 + 1000 विमर्श शुल्क है। बीबीए/ बीवोक 1,2,3 सेमेस्टर की परीक्षा फीस 1780 और एक्स की 2220 है। पीजी में रेगुलर की 1700, एक्स की 1920 और नॉन कॉलेज की 2790 व 1000 विमर्श शुल्क है।

कई पेपर हो चुके, मार्कशीट, डिग्री भी देंगे
  • कोरोना से पहले यूनिवर्सिटी की यूजी की ज्यादातर परीक्षा शुरू हो चुकी थीं। फाइनल की अब करवा रहे हैं। पेपर प्रिंट हो चुके थे। रिजल्ट जारी करेंगे, मार्कशीट, डिग्री जैसे सभी कार्यों पर व्यय हुए हैं। फंड का सही उपयोग किया है। - प्रो. विजय वीर सिंह, परीक्षा निदेशक
  • मूल्यांकन होगा। अंकपत्र मिलेगा। पैसा आरयू को मिला है तो छात्रों के विकास पर खर्च होगा। - शुचि शर्मा, सचिव
  • इस मामले में पूरी जानकारी लेता हूं। फिलहाल कुछ नही कहा जा सकता। - प्रो. राजीव जैन,वीसी

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