कोटा जिले के इटावा के पास बुधवार सुबह 9 बजे चंबल नदी में नाव पलटने से 7 लोगों की मौत हो गई। 8 लोग लापता हैं। बताया जा रहा कि नाव में क्षमता से ज्यादा सवारी थी और सामान रखा था।
इसी वजह से नाव पलट गई। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, नाव में 30 लोग सवार थे। 7 शव नदी से बरामद कर लिए गए हैं। उधर, स्थानीय लोगों का कहना है कि नाव में 14 बाइक भी रखी गई थीं।
घटना के तुरंत बाद मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने डूब रहे लोगों को बचाने की कोशिश की। लेकिन, बहाव तेज होने की वजह से कुछ लोग बह गए। पुलिस ने बताया कि ये लोग कमलेश्वर धाम जा रहे थे। मारे गए ज्यादातर लोग गोठड़ा कला के रहने वाले हैं।
यह फोटो घटनास्थल की है। यह लड़की भी नाव में सवार थी, लेकिन बच गई।
हादसा चाणदा और गोठड़ा गांव के बीच हुआ। अच्छी बात यह रही कि मौके पर कई लोग मौजूद होने से राहत कार्य में मदद मिली और कुछ लोगों को बचा लिया गया।
स्थानीय लोगों ने एक महिला की लाश नदी से बाहर निकाली।
लोगों ने बताया कि लकड़ी की नाव की हालत पहले से खराब थी। इसके बाद भी क्षमता से ज्यादा यात्रियों को बैठाया गया था। साथ ही नदी पार करवाने के लिए नाव पर बाइकें भी बांध दी गई थीं। इस वजह से नाव वजन नहीं सह सकी और डूब गई।
लोगों को बचाने के लिए पहुंची दूसरी नाव।
कोटा के सांसद और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने प्रशासन से हादसे की जानकारी ली। उधर, कोटा से एसडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना कर दी गई है।
हादसे की जानकारी मिलने के बाद आसपास के गांवों के लिए लोग घटनास्थल पर पहुंच गए।
हादसा सुबह 9 बजे के करीब हुआ।
लोग मदद के लिए आगे आए।
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