बारां जिले के समरानिया कस्बे में झोलाछाप डॉक्टर के कारण 12 साल के बच्चे की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इलाज के लिए आए बच्चे को झोलाछाप ने दो इंजेक्शन लगा दिए। जिसके कारण उसकी मौत हो गई। परिवार ने सोमवार को झोलाछाप के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। वहीं, पुलिस मामले में जांच कर रही है। पहले भी झोलाछाप डॉक्टर पर कार्रवाई की गई, लेकिन उसके बाद भी वह लोगों की जान से खेल रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, समरानिया कस्बे में हनुमान मंदिर के पास क्लिनिक खोल कर बैठे विश्वजीत राय के पास नागोरी निवासी प्रेम अपने 12 वर्षीय बालक का इलाज कराने पहुंचे थे। पिता ने बताया कि बच्चे को बुखार की शिकायत पर डॉक्टर के पास लेकर गया। यहां झोलाछाप डॉक्टर ने उसको एक इंजेक्शन दिया। जिसके बाद आधे घंटे में बच्चा बेहोश हो गया। झोलाछाप ने उसके बाद होश आने पर एक और इंजेक्शन बालक को लगाया। करीब एक घंटे बाद बालक की मौत हो गई।
परिजनों ने झोलाछाप डॉक्टर पर लापरवाही से इलाज करने और गलत तरीके से इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया। परिजन ने केलवाड़ा थाने में जाकर डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई।
प्रशासन क्यों है मौन
कस्बे समेत आसपास के अंचल में झोलाछाप डॉक्टर की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। प्रशासन हाथ पर हाथ रखे बैठा है। कस्बे में एक मौत के बाद भी प्रशासन नहीं चेता तो आने वाले समय में कोई बड़ा नुकसान ग्रामीणों को उठाना पड़ेगा।
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