हरियाणा के सिरसा बस अड्डा से आज रानियां-बणी रूट पर जाने वाली हरियाणा रोडवेज की सवारियों से भरी बस को 3 युवक भगा ले गए।
बस में बैठी सवारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। सवारियों को लगा कि बस चालक व परिचालक असली हैं। बस में करीब दो दर्जन सवारियां थीं।
बस में ड्यूटी ऑफ होने के बाद घर लौट रहा एक परिचालक मौजूद था। बस को सही तरह ना चलाने पर उसे संदेह हो गया और उसने बस को अड्डा से चार किलोमीटर दूर पहुंचने पर रुकवाया। इस दौरान बस में सवार सवारियां भी डर के साये में ही रही।
इसके बाद परिचालक ने बस अड्डा प्रशासन व पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों युवकों को हिरासत में लिया। पुलिस इन तीनों से पूछताछ कर रही है। बताया गया है कि तीनों युवक नशे की हालत में थे।
बस में बैठे विभाग के परिचालक रणजीत सिंह ने बताया कि वह ड्यूटी ऑफ करने के बाद घर लौट रहा था। चालक ने लापरवाही से बस चलाई। पुराना बस अड्डा भी बस नहीं रोकी। बस में सवारियां निर्धारित संख्या 30 से कम थी, इसलिए बस को रोककर सवारियां उठानी चाहिएं थी। इस पर उसे संदेह हो गया।
उसने चालक से पूछा, लेकिन उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इसके बाद भीड़भरे बाजार से निकलने के बाद जब बस आईटीआई कॉलेज के आगे से निकली तो उसने जबरदस्ती चालक को पकड़कर बस रूकवाई। परिचालक ने बताया कि दो युवक खुद को महेन्द्रगढ़ का रहने वाला तो एक युवक गांव बणी का निवासी बता रहा है। उन्होंने इसके बाद पुलिस व रोडवेज प्रशासन को सूचित किया। तीनों युवकों को बस अड्डा चौकी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
इस बारे डीएसपी आर्यन चौधरी ने बताया कि रोडवज की बस स्टैंड पर खड़ी थी। बस में तीन व्यक्ति चढ़े और बस को भगा कर ले गए। बस में ड्यूटी खत्म होने के बाद अपने घर जा रहे दूसरे परिचालक ने इन्हें पहचान लिया और पकड़ लिया। आरोपी गांव बनी निवासी सुखविंदर के खिलाफ पहले भी चोरी के मामले दर्ज है। तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 379 व 411 लगाई गई है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि ये चोरी की मंशा से बस को लेकर गए है। फिलहाल मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्यवाही जारी है
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