राजस्थान के भरतपुर में 12 साल के एक लड़के ने अपने चाचा के कहने पर दोस्त की हत्या कर दी। हत्या के आरोपी लड़के के चाचा ने सुबह ही कहा था कि आज किसी का मर्डर होगा।

 गोली चलाने वाला लड़का खलनायक वाली सोच से प्रभावित था और पिछले दो सालों से लगातार सोशल मीडिया पर ऐसे ही पोस्ट डाल रहा था।

भहरतपुर के मथुरा गेट थाने के ठीक सामने 100 मीटर दूर जनरल स्टोर पर सोमवार सुबह 8.45 बजे 12 वर्षीय बच्चे ने पड़ोसी बच्चे की कनपटी पर देशी कट्टा रखकर ट्रिगर दबा दिया। इससे 12 वर्षीय बालक यशवंत उर्फ देव की मौके पर ही मृत्यु हो गई। घटना के समय मृतक दुकान पर बैठकर कुरकुरे खा रहा था। परिजनों का आरोप है कि नाबालिग बच्चे को यह लोडेड कट्टा उसके चाचा विष्णु उर्फ बबलू ने दिया था।

सुबह ही कहा था: आज किसी का र्मडर होगा
बबलू सुबह इससे पहले भी 315 बोर के उस देशी कट्टे और 2 कारतूस हाथ में लेकर दुकान पर आया था और बोला कि उसके हाथों इससे किसी का मर्डर होगा। तब 8-10 लोगों ने समझाकर उसे घर में भेज दिया था। लेकिन, कुछ देर बाद वह फिर से कट्टा लेकर आ गया और उसने अपने भतीजे के हाथ में दे दिया। घटना के संबंध में परिजनों ने नाबालिग समेत 4 जनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। इसमें अजय, बबलू और महावीर को आरोपी बनाया गया है।

पुलिस ने नाबालिग के साथ एक अन्य आरोपी महावीर को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि अजय और विष्णु उर्फ बबलू फरार हैं। बिजलीघर के पास रहने वाले मृतक के पिता जयपाल ने एफआईआर में कहा है कि उसके पड़ोसी विष्णु उर्फ बबलू ने बेटे यशवंत को दूसरा बच्चा भेजकर घर से दुकान पर बुलाया था। फिर उसने अपने भतीजे के हाथ में कट्टा देकर यशवंत के माथे पर निशाना साधकर चलाने को कहा। इस पर नाबालिग ने ट्रिगर दबा दिया। गोली यशवंत के माथे से पार निकल गई।
मृतक के बड़े भाई के नौकरी छोड़ने से नाराज थे आरोपी

आवाज सुनकर जब वह और उसका बड़ा बेटा उमाशंकर दौड़कर मौके पर गए तो महावीर, अजय और बबलू वहां खड़े थे। मौके वह नाबालिग भी था, जिसने गोली चलाई थी। उसके हाथ में कट्टा भी लगा हुआ था। जबकि यशवंत मौके पर जमीन में पड़ा था। उनके पहुंचते ही सभी आरोपी वहां से भाग गए। उनका कहना है कि मृतक बच्चे के बड़े भाई उमाशंकर ने कुछ दिन पहले आरोपियों की दुकान से नौकरी छोड़ दी थी। इसी से वे खफा थे।

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