जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजी दिलबाग सिंह के मुताबिक इंटेलिजेंस इनपुट मिले हैं कि पाकिस्तान की ओर से ड्रोन की मदद लेकर आतंकियों को हथियार भेजने की कोशिश हुई है। हालांकि, इसे लेकर कंफर्म रिपोर्ट नहीं है।
दिलबाग सिंह के मुताबिक पिछले दो हफ्तों में सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर में 9 बड़े ऑपरेशन चलाकर 22 आतंकवादियों को मार गिराया है।
जिसमें 6 टॉप आतंकी कमांडर भी शामिल हैं। 22 में से 18 आतंकवादी साउथ कश्मीर के तीन जिले पुलवामा, शोपियां और कुलगाम में मारे गए हैं।
सिंह के मुताबिक टॉप कमांडर को खोने के अलावा इन आतंकवादी तंजीमों के पास हथियारों की किल्लत हो गई है। इनके हैंडलर्स ने कुपवाड़ा में केरन सेक्टर के रास्ते एक बड़ा जखीरा जमा किया था। जिसे ये टीआरएफ तंजीम के जरिए बाकी आतंकी संगठनों को पहुंचाना चाहते थे।
सुरक्षाबलों ने हंदवाड़ा, कुपवाड़ा और सोपोर में 22 हथियारों का जखीरा बरामद किया है। आतंकी मददगारों पर दबाव है कि वह सीमा पार से हथियार लेकर आएं।
दिलबाग सिंह के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर आईईडी ब्लास्ट की भी योजना बना रहा है।
गौरतलब है कि सुरक्षाबलों ने पुलवामा की तर्ज पर कार में आईईडी लगाकर हमले की कोशिश को नाकाम किया था।
गौरतलब है कि सुरक्षाबलों ने पुलवामा की तर्ज पर कार में आईईडी लगाकर हमले की कोशिश को नाकाम किया था।
पुलिस को सूचना मिली है कि पाकिस्तान में बैठे आकाओं की शह पर जैश के आतंकी आईईडी हमले की फिराक में हैं।
मीडिया से बात करते हुए डीजीपी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान घुसपैठ की कोशिश में है।
जम्मू के राजौरी जिले में नौशेरा सेक्टर से और अंतरराष्ट्रीय सीमा से दो आतंकी ग्रुप ने घुसपैठ की हैै।
गौरतलब है कि इस साल पिछले छह महीनों में सुरक्षाबलों ने 35 ऑपरेशन में 88 आतंकवादियों को मार गिराया है।
यही नहीं 40 आतंकवादी मददगारों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा 240 मददगारों को आतंकियों की मदद के लिए पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है।
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