• गाइडलाइंस के मुताबिक- यात्रा के दौरान क्या करना है और क्या नहीं, यात्रियों को इसकी जानकारी टिकट के साथ ही संबंधित एजेंसियां देंगी

  • फ्लाइट या शिप में बोर्डिंग के वक्त हर पैसेंजर की थर्मल स्क्रीनिंग होगी, सिर्फ उनको यात्रा की मंजूरी, जिनमें बीमारी के लक्षण नहीं होंगे
  • विदेश से आने वालों के लिए स्वास्थ्य और कल्याण मंत्रालय ने गाइडलाइंस जारी कर दी हैं। इनके मुताबिक, 14 दिन क्वारैंटाइन अनिवार्य होगा। इसमें से 7 दिन सरकार द्वारा तय किए सेंटर में, जबकि 7 दिन होम आइसोलेशन में रहना होगा। सरकार द्वारा तय सेंटर में क्वारैंटाइन रहने में आने वाला खर्च खुद व्यक्ति को ही वहन करना होगा।
  • गाइडलाइन की शर्तें:
    1. प्लेन में बैठने से पहले पैसेंजर को लिखित में यह देना होगा कि वो 14 दिन क्वारैंटाइन में रहने तैयार है। इसमें 7 दिन वो अपने खर्च पर सरकार द्वारा तय किए सेंटर में रहेगा। बाकी 7 दिन होम आईसोलेशन में रहेगा। इस दौरान उसे अपनी सेहत पर खुद नजर रखनी होगी।
    2. इस मामले में कुछ अपवाद रहेंगे। तनावग्रस्त व्यक्ति, गर्भवती, परिवार में मृत्यु, गंभीर बीमारी, 10 साल से छोटे बच्चों के साथ पैरेंट्स। इन की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। इन लोगों के लिए 14 दिन का होम क्वारैंटाइन पीरिएड रह सकता है। इस दौरान आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल जरूरी यानी मेंडेटरी होगा।
  • 3. यात्रा के दौरान क्या करना है और क्या नहीं करना है। इसकी जानकारी टिकट के साथ ही संबंधित एजेंसियां यात्रियों को देंगी।
    4. सभी यात्रियों को ये सलाह दी जाती है कि वो अपने मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करें।
    5. फ्लाइट या शिप में चढ़ने (बोर्डिंग) के वक्त हर पैसेंजर की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। सिर्फ उनको यात्रा की मंजूरी दी जाएगी जिनमें बीमारी के लक्षण नहीं होंगे।
    6. सड़क के रास्ते देश में प्रवेश करने वाले लोगों को भी ऊपर दिए गए नियमों का पालन करना होगा। यहां भी उन्हीं लोगों को देश की सीमा में आने की मंजूरी होगी जिनमें रोग के लक्षण नहीं होंगे।
  • वंदे भारत मिशन के जरिए 17 दिन में 20 हजार भारतीयों को वापस लाए
    नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 21 मई को बताया था कि 5 मई को वंदे भारत मिशन की शुरुआत हुई और इसके तहत अब तक 20 हजार भारतीयों को लाया गया है। सच्चाई ये है कि हम स्थितियों को सामान्य करने और नई शुरुआत करने के मामले में पहले से ज्यादा आत्मविश्वास से भरे हुए हैं। हम अभी भी विदेशों में फंसे उन भारतीयों को वापस लाने की कोशिश में जुटे हुए हैं, जो तनाव और मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। यही वंदे भारत मिशन का उद्देश्य है। बीते दो हफ्ते में हम वंदे भारत मिशन में तेजी लाए। इसके तहत लाने वाले लोगों की संख्या दोगुनी की, इसे और बढ़ाने का प्लान है।

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