डॉक्टरों ने ऐसी तकनीक बनाई जो खुन से
थक्कॊ को खिच निकालॆगी
गैजेट डेस्क. लंदन की 55 साल की जैकी फील्ड दुनिया की पहली ऐसी मरीज बन गई हैं, जिनके पैरों के निचले हिस्से में से ब्लड क्लॉट को वर्टेक्स थ्रोम्बेक्टोमी कैथेटर डिवाइस के जरिए हटा दिया गया है। अब उनकी जिंदगी को कोई खतरा नहीं है। इस जीवन रक्षक डिवाइस को बनाने का श्रेय ब्रिटेन की एनएचएसस (नेशनल हेल्थ सर्विस) के डॉक्टरों और शोधकर्ताओं को है।
1.
जैकी को डीवीटी (डीप वेन थ्रंबोसिस) की समस्या थी। इसमें व्यक्ति के निचले अंगों की नसों में खून का थक्का जम जाता है। इससे पैरों में सूजन आ जाती है। चलना दुश्वार हो जाता है। पर आधे से ज्यादा मामलों में डीवीटी का पता ही नहीं चलता।
2.
जब दिल और फेफड़ों में ब्लड सर्कुलेशन बाधित होने लगता है और जिंदगी खतरे में पड़ जाती है, तब इस समस्या के बारे में जानकारी मिलती है। इस बीमारी से ब्रिटेन में 6 लाख से ज्यादा लोग पीड़ित हैं।
3.
हर साल 25 हजार लोगों की मौत हो जाती है। जैकी ने बताया कि पिछले साल नवंबर में रात के समय उन्हें अचानक पैरों के पिछले हिस्से में भयंकर दर्द हुआ। वह गिर पड़ीं। तत्काल उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया गया।
4.
सेंट थॉमस हॉस्पिटल के डॉक्टरों को डिवाइस का प्रयोग करने का यही सही समय लगा। डॉक्टरों का कहना है कि जैकी का इलाज पारंपरिक तरीकों से नहीं हो सकता था, इसलिए उन्होंने इस डिवाइस का इस्तेमाल किया।
5.
नई प्रक्रिया में सिर्फ डेढ़ घंटे लगते हैं। ऑपरेशन के बाद कुछ ही घंटों में मरीज घर जा सकता है। जैकी बताती हैं वे इस तरह से ठीक होने वाली दुनिया में पहली हैं, इस बात की तो खुशी है ही। इससे भी ज्यादा उन्हें यह सुकून है कि इतनी खतरनाक बीमारी का पता चल गया और सही इलाज हो सका।
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