जयुपर-श्रीगंगानगर बाईपास पर पेमासर फांटे के पास खड़े ट्रेलर से कार की भिड़ंत हाे गई, जिससे कार में सवार पूगल थाने के एसएचओ, कांस्टेबल और हाेटल संचालक की माैके पर ही माैत हाे गई।बीछवाल पुलिस थाने के एसएचओ मनाेज शर्मा ने बताया कि पूगल पुलिस थाने में अवैध शराब का मुकदमा दर्ज हुआ था ।

जिसके अभियुक्ताें काे तलाश में वहां के एसएचओ महावीरप्रसाद बुधवार काे पुलिसकर्मियाें के साथ बीकानेर आए थे। रात काे वह अपनी निजी कार से वापस लाैट रहे थे। करीब एक बजे चीनी की बाेरियाें से भरा ट्रेलर जयपुर-श्रीगंगानगर बाईपास पर पेमासर फांटे के पास खड़ा था।

अंधेरा हाेने और इंडिकेटर नहीं जलाने के कारण चालक काे ट्रेलर नजर नहीं आया और कार उसके पीछे से भिड़ गई। भिड़ंत इतनी जबर्दस्त थी कि उसमें सवार पूगल एसएचओ महावीरप्रसाद, कांस्टेबल काशीराम धतरवाल व हाेटल संचालक चन्द्रप्रकाश स्वामी की माैके पर ही माैत हाे गई। हेड कांस्टेबल राजेन्द्र काे चाेटें आईं जिस पीबीएम अस्पताल ले जाया

गया। इत्तला मिलने पर पुलिस और अधिकारी माैके पर पहुंच गए। तीनाें शवाें काे पीबीएम अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया। एचसी राजेन्द्र की रिपाेर्ट पर हरियाणा में भिवानी निवासी ट्रेलर चालक विनाेद कुमार जाट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया है।

ट्रेलर के नीचे फंस गई कार, गेट ताेड़कर बाहर निकाला शवाें काे

ट्रेलर के नीचे फंस गई कार, गेट ताेड़कर बाहर निकाला शवाें काे: ट्रेलर से भिड़ंत पर कार का अगला हिस्सा चकनाचूर हाेकर उसके नीचे फंस गया। कार के एयरबैग भी खुल गए, लेकिन उसमें सवार तीन लाेगाें की माैके पर माैत ही हाे गई और उनके शव अंदर फंस गए। एएसआई पूरनसिंह जाप्ते के साथ माैके पर पहुंचे और आसपास के लाेगाें के सहयाेग से कार का गेट ताेड़कर शवाें काे बाहर निकाला और अस्पताल भेजा।

पुलिसकर्मियाें का राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार

पाेस्टमार्टम के बाद एसएचओ और कांस्टेबल के शव पीबीएम चाैकी ले गए। वहां आईजी प्रफुल्ल कुमार, कलेक्टर नमित मेहता, एसपी प्रहलादसिंह कृष्णिया, एएसपी सिटी पवनकुमार मीणा, एएसपी ग्रामीण सुनील कुमार, खाजूवाला विधायक गोविंदराम मेघराम, पूर्व संसदीय सचिव विश्वनाथ मेघवाल सहित अनेक अधिकारियों व पुलिसकर्मियों ने श्रद्वांजलि दी। बाद में इंस्पेक्टर का शव पैतृक गांव हनुमानगढ़ के नाेहर में रतनपुरा और कांस्टेबल काशीराम का शव दंताैर ले जाया गया। दाेनाें पुलिसकर्मियाें का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। चन्द्रप्रकाश के शव का निवास स्थान पांचू में अंतिम संस्कार हुआ।

कांस्टेबल के अंतिम संस्कार के समय आया फोन-पत्नी ने बेटे को जन्म दिया

कांस्टेबल काशीराम की पत्नी 9 माह की गर्भवती थी। गुरुवार दोपहर कांस्टेबल को गार्ड ऑफ ऑनर व दाह संस्कार के समय फोन पर सूचना मिली कि कांस्टेबल की पत्नी ने पीबीएम हॉस्पिटल में बेटे को जन्म दिया है। डिलीवरी के बाद मां-बेटे स्वस्थ हैं। पत्नी को सूचना नहीं दी।




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