सेंट्रल जेल के एक बंदी के गुप्तांग में 4 माेबाइल मिलने का हैरतअंगेज मामला सामने आया है। संदेह है कि माेबाइल पकड़े जाने के डर से बंदी ने गुप्तांग में माेबाइल छुपाए थे।
बाद में असहनीय दर्द हाेने पर डाॅक्टर ने जांच की और पूछा ताे बंदी ने गुप्तांग में माेबाइल छुपाना बताया। इस पर बंदी काे एमडीएम हाॅस्पिटल में भर्ती करवाया गया। बाद में एमडीएम हाॅस्पिटल में उसका ऑपरेशन किया गया ताे 4 माेबाइल निकले।
मामले के अनुसार बाड़मेर निवासी देवाराम (32) डेढ़ साल से सेंट्रल जेल में है। वह नाबालिग बालक के साथ कुकर्म करने पर पाेक्साे एक्ट में 10 साल की सजा काट रहा है। गुरुवार रात उसके पेट में असहनीय दर्द हुआ। जेल प्रशासन ने उसे तुरंत जेल परिसर में बने अस्पताल में भर्ती किया। वहां चिकित्सक ने जब जांच की और बंदी से पूछा तो बताया कि उसने अपने गुप्तांग में मोबाइल छुपा रखे हैं। उसने ये भी कहा कि एक नहीं बल्कि तीन मोबाइल हैं। इस पर चिकित्सक भी अचरज में पड़ गए।
उन्हाेंने तुरंत एक्स-रे व सोनोग्राफी की। उसमें साफतौर पर मोबाइल दिखाई दिया। इस पर बंदी को शुक्रवार सुबह एमडीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहां देर शाम डाॅ. एमके आसेरी ने बंदी का ऑपरेशन किया। उन्हाेंने बताया कि आश्चर्यजनक रूप से बंदी के प्राइवेट पार्ट से 4 माेबाइल निकाले गए।
जेल में तलाशी अभियान से घबराकर माेबाइल छुपाने का संदेह
जेल अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी ने बताया कि जेल में लगातार मादक पदार्थों व मोबाइल सहित अन्य वस्तुओं को लेकर सघन तलाशी अभियान चल रहा है। ऐसे में संदेह है कि बंदी ने पकड़े जाने के डर से अपने गुप्तांग में मोबाइल छुपा लिया था।
जेल में एक बंदी द्वारा दूसरे का कुकर्म करने का मामला भी
सेंट्रल जेल में एक बंदी द्वारा दूसरे बंदी से कुकर्म करने का मामला भी सामने आया है। हालांकि इस मामले में पीड़ित बंदी की ओर से जेल प्रशासन को किसी प्रकार की रिपोर्ट शुक्रवार रात तक नहीं दी गई। आराेपी के रूप में एक बड़े मामले में सजा काट रहे बंदी का नाम बताया जा रहा है। हालांकि जेल प्रशासन की ओर से इस मामले में स्थिति साफ नहीं की गई है। जेल अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी ने ये जरूर कहा कि- कोई बंदी ऐसी शिकायत करता है तो उसकी निष्पक्ष जांच की जाएगी।
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