राजनगर में बुधवार सुबह पति-पत्नी ने पंखे पर दो अलग-अलग दुपट्टों से फंदा लगाकर जान दे दी। उनकी शादी काे 30 दिन ही हुए थे। लॉकडाउन के बाद ही युवक बेरोजगार था। इस कारण वह मानसिक रूप से परेशान रह रहा था। इसलिए पत्नी संग यह कदम उठा लिया। मूलरूप से अलीगढ़, यूपी के रहने वाला अनवर 40 साल पहले पानीपत में बस गया था।
दो बेटे जावेद और आवेद (28) थे। आवेद फिटर का काम करता था। लॉकडाउन से बाद ही वह बेरोजगार था। बड़े भाई जावेद ने बताया कि 10 अगस्त को आवेद ने अपने पसंद की लड़की नाजमा निवासी विकास नगर से निकाह किया था। शादी से वह खुश थे। पिछले 2-3 दिन से आवेद परेशान चल रहा था। उन्होंने उससे परेशानी का कारण भी पूछा लेकिन उसने कुछ नहीं बताया।
दोस्त नफीस ने बताया कि आवेद काम दिलवाने की बात उससे कह रहा था। इसलिए वह बुधवार सुबह करीब 9 बजे आवेद के पास आया था। एक दुकान काम लगवाने की बात आवेद से कही थी। वह उससे घर पर खाना खाकर आने की बोलकर गया था। 30 मिनट बाद लौटकर आया तो पता लगा कि आवेद ने पत्नी संग मिलकर फंदा लगाकर जान दे दी है। वह किस बात को लेकर इतना परेशान था। उसने वह बात कभी नहीं बताई। जावेद ने बताया कि आवेद की शादी से घर में खुशी का माहौल था। बुधवार सुबह उसकी पत्नी चांदनी के साथ नाजमा ने खाना बनवाया था। सुबह करीब 9.30 बजे पत्नी चांदनी उन्हें खाना खाने के लिए बुलाने कमरे में गई तो देखा आवेद और नाजमा का शव पंखे पर दुपट्टे से झूल रहे थे। यह देख उसकी चीख निकल गई।
काम न मिलने से परेशान था बेटा : अनवर
पिता अनवर ने बताया कि बड़ा बेटा जावेद जेपी मार्ट में कैशियर पद पर काम करता है। आवेद काम को लेकर काफी परेशान था। वह रोज सुबह काम की तलाश में घर से निकलता था। शाम को बैरंग की लौटता था।
मामले की जांच की जा रही है : एसएचओ
पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिए हैं। शुरूआती जांच में बेरोजगारी की बात सामने आ रही है। मामले की जांच शुरू कर दी है। उसके बाद आगे कार्रवाई की जाएगी। -सुनील कुमार, एसएचओ- मॉडल टाउन
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