पाकिस्तान में सच बोलने वालों को वहां की सेना और सरकार की तरफ से प्रताड़ित करना और गायब कर हत्या कर देना आम बात है। नया मामला एक महिला वकील का आया है।

 वकील को सेना की आलोचना करने पर किडनैप कर लिया गया। करीब चार दिन प्रताड़ित करने के बाद बाद हांथ-पैर बांध और मुंह में कपड़ा ठूंस उसे बेहोशी की हालत में एक खेत में फेंक दिया गया। इशरत नसरीन नाम की वकील ने हाल ही में पाकिस्तानी सेना की आलोचना की थी। उन्हें देश का दुश्मन तक कहा था।
मानवाधिकार कार्यकर्ता आरिफ अजाकिया ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने वकील का सेना की आलोचना वाला एक वीडियो भी पोस्ट किया है।
ऑफिस से हुआ अपहरण
जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले हफ्ते एक महिला वकील को उनके ऑफिस से कुछ लोगों ने किडनैप कर लिया था। इसके बाद वह मैल्सी में ढोडा रोड के किनारे खेत में बेहोशी की हालत में मिली थीं। उसके हाथ-पैर बंधे थे और मुंह में कपड़ा ठुंसा हुआ था।
बदहवास हलात में मिलीं महिला वकील
अजाकिया के ओर से शेयर किए गए एक दूसरे वीडियो में स्थानीय लोग वकील से पूछताछ करते दिख रहे हैं। वीडियो में वकील ठीक से बोल भी नहीं पा रही हैं। उन्होंने बताया कि वह दिपालपुर की रहने वाली हैं, उसके छह बच्चे हैं। 15 अगस्त की सुबह उन्हें चार लोगों ने किडनैप किया था। इसके बाद टॉर्चर कर खेत में फेंक दिया। उसे दिपालपुर के तहसील हेडक्वार्टर के अस्पताल में शिफ्ट कर दिया है। पुलिस ने बताया कि उनके बेटे ने अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

महिला की गंभीर हालत दिखाती है कि पाकिस्तान में किस तरह सेना की आलोचना पर लोगों को जानलेवा हमले सहने पड़ते हैं। पाकिस्तान की सेना पर देश के लोकतंत्र को खत्म करने का आरोप लगता रहा है। माना जाता है कि देश और विदेश की नीति भी सेना ही तय करती है। इमरान सरकार केवल कठपुतली है।

Post a Comment

Previous Post Next Post