महाराष्ट्र के नागपुर में एक महिला डॉक्टर ने पहले अपने पति और दो बच्चों की जहर का इंजेक्शन लगाकर हत्या की और फिर खुद फांसी लगाकर जान दे दी। हत्या और आत्महत्या की इस वारदात के पीछे घरेलू कलह और पैसों को विवाद का कारण बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस इस एंगल से मामले में जांच को आगे बढ़ा रही है।

पुलिस के अनुसार, घटना कोराडी इलाके के ओम नगर इलाके की है। यहां एक घर में डॉ सुषमा राणे(41), इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर उनके पति धीरज (42), उनके 11 और पांच साल के दो बच्चों के शव बरामद हुए हैं। कोराडी पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि धीरज और बच्चों के शव बेडरूम के बिस्तर पर पाये गये, जबकि डॉक्टर का शव छत के पंखे से लटका मिला।
ऐसे हुआ घटना का खुलासा
पुलिस के मुताबिक, सुषमा निजी हॉस्पिटल में डॉक्टर थी। धीरज के माता-पिता बचपन में ही गुजर गए थे। इसलिए बुआ प्रमिला ने उसे गोद लिया था। तब से वह प्रमिला(60) के साथ ही रहता था। मंगलवार सुबह 11 से दोपहर 12:00 बजे के बीच घर में किसी को आवाज नहीं आ रही थी।

 ना बच्चे सामने आ रहे थे ना डॉक्टर सुषमा और धीरज दिखे। बुआ ने कमरे का दरवाजा खटखटाया और उन्हें जब कोई जवाब नहीं मिला तो उन्‍होंने पड़ोसियों और पुलिस को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो इस घटना का खुलासा हुआ।
7-8 साल से पति-पत्नी के बीच चल रहा था विवाद
पड़ोसियों की मानें तो धीरज और डॉ. सुषमा के बीच कुछ ठीक नहीं था। 7-8 वर्ष से दोनों के बीच अनबन थी। कह तो यहां तक जा रहा है कि धीरज शराब पीता था। इससे सुषमा काफी परेशान थी। इसको लेकर आए दिन विवाद होता था।
पैसों का लेनदेन भी हो सकती है ।एक वजह
घटनास्थल से एक और पत्र मिला है। उसमें एटीएम नंबर का पासवर्ड लिखा हुआ है। 25 हजार और 500 रुपए किसी व्यक्ति को देने का भी जिक्र किया गया है। इसके अलावा, घर और कार के लिए भी उन्होंने कर्ज लिया था। जानकारी यह भी मिल रही है कि लॉकडाउन की वजह से नीरज को वेतन भी नहीं मिल रहा था। इससे भी दोनों परेशान थे।

खाने में जहर मिलाने की आशंका
यह भी आशंका जताई जा रही है कि डॉ. सुषमा ने पहले धीरज और बच्चों के खाने में नींद की गोलियां या जहर मिला दिया होगा। तीनों बेहोश हो गए होंगे। उसके बाद जहरीला इंजेक्शन देकर मार डाला होगा। इसके बाद खुद को खत्म किया। फिलहाल पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है।

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