विदेश भेजने के चार मामलों में 89 लाख 35 हजार रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पुरानी मस्जिद इंद्री की प्रियंका ने आरोप लगाया कि उसके दो भाई गौरव बेदी व मोहित बेदी विदेश जाना चाहते थे।
एजेंट ने बताया कि दोनों के 12 लाख 35 हजार रुपए लगेंगे। कनाडा का वीजा लग जाएगा। 12 जनवरी 2018 को आरोपी के कहे अनुसार एक लाख रुपए खाता से ट्रांसफर किए व उसके बाद 22 जनवरी 2018 को 3 लाख 60 हजार रुपए डाले।
इसके बाद अलग-अलग टाइम में 7 लाख 75 हजार रुपए दिए। एक साल तक काम नहीं बनने पर उन्होंने पैसे वापस मांगे। जून 2019 में एजेंट ने जो चेक दिए वह भी बाउंस हो गए। इसी तरह गांव कौल के जोगिंद्र सिंह ने शिकायत दी है कि वर्ष 2018 में कनाडा भेजने पर एजेंट ने 20 लाख रुपए खर्चा बताया। 3 लाख रुपए लेकर उसे वियतनाम भेज दिया। वियतनाम में घर वालों को फोन कर 7.50 लाख रुपए देने के लिए दबाव बनाया। पैसे लेकर भी उसकाे काम नहीं दिलाया और उसको वापस इंडिया भेज दिया।
बेटे को अमेरिका भेजने के लिए डेढ़ एकड़ जमीन बेची
गांव तलहेड़ी पेहवा के हरदीप सिंह ने शिकायत दी है कि उसके लड़के सहज दीप सिंह को अमेरिका भेजने के 30 लाख का खर्चा बताया। करीब 15 दिन दिल्ली होटल में रहा। मैक्सिको में पुलिस ने उसे पकड़ लिया और करीब 20 दिन जेल में रहा। आरोपियों ने जेल से निकलवाने के भी 5 लाख रुपए और लिए। रकम उतारने के लिए उसे डेढ़ एकड़ जमीन बेचनी पड़ी। अभी भी बेटा जेल में है।
17 लाख रु. लेकर भी झूठ बोलकर टालता रहा एजेंट
पानीपत की न्यू मुखीजा कॉलोनी के राजेश ने शिकायत दी कि आस्ट्रेलिया का वर्क परमिट के 17 लाख की डिमांड की गई। 15 दिसंबर से 17 दिसंबर 2019 तक आरोपी के खाता में 2 लाख 20 हजार रुपए ट्रांसफर किए। बकाया राशि उसने किस्तों में नकद अदा की। एजेंट कहने लगा कि कुछ समय बाद आपको वर्क परमिट दिलवाकर भेज देंगे। बार-बार झूठे आश्वासन देकर टाल मटोल करते रहे। पुलिस ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई कर दी है।
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