चीन ने पाकिस्तान के लिए अपना सबसे एडवांस वॉरशिप लॉन्च किया है। इसे चीन की सरकारी कंपनी हुडॉन्ग झोंगुआ शिपयार्ड ने बनाया है। इसका नाम 054ए/पी फ्रिगेट है। इसमें हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और एडवांस सेंसर लगे हैं।
कीमत का खुलासा नहीं
चीन और पाकिस्तान की ओर से अभी इसकी कीमत का खुलासा नहीं किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसकी कीमत 35 करोड़ डॉलर (करीब 25 अरब भारतीय रुपए) हो सकती है। पाकिस्तान की नेवी ने कहा- इस जहाज के शामिल होने से भविष्य की चुनौतियों का जवाब दिया जा सकेगा।
चीन और पाकिस्तान की ओर से अभी इसकी कीमत का खुलासा नहीं किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसकी कीमत 35 करोड़ डॉलर (करीब 25 अरब भारतीय रुपए) हो सकती है। पाकिस्तान की नेवी ने कहा- इस जहाज के शामिल होने से भविष्य की चुनौतियों का जवाब दिया जा सकेगा।
2021 तक मिल जाएंगे चार जहाज
चीन पाकिस्तान को इसी तरह के तीन और जहाज देगा। सभी जहाज 2021 तक पाकिस्तान को सौंप दिए जाएंगे। चीनी मीडिया के मुताबिक, इससे पाकिस्तान की समुद्री ताकत दोगुनी हो जाएगी। पाकिस्तान के अधिकारियों ने कहा- टाइप-054ए/पी फ्रिगेट वॉरशिप चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नैवी (पीएलएएन) की बैकबोन (रीढ़ की हड्डी) माना जाता है।
चीन पाकिस्तान को इसी तरह के तीन और जहाज देगा। सभी जहाज 2021 तक पाकिस्तान को सौंप दिए जाएंगे। चीनी मीडिया के मुताबिक, इससे पाकिस्तान की समुद्री ताकत दोगुनी हो जाएगी। पाकिस्तान के अधिकारियों ने कहा- टाइप-054ए/पी फ्रिगेट वॉरशिप चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नैवी (पीएलएएन) की बैकबोन (रीढ़ की हड्डी) माना जाता है।
चीन के कर्ज के जाल में फंस रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान लगातार चीन के कर्ज के जाल में फंसता जा रहा है। चीन पाकिस्तान में चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपैक) बना रहा है। इसके तहत पाकिस्तान में सड़कें, बंदरगाह और पॉवर प्लांट बनाए जाने हैं। पिछले छह सालों में चीन ने इसमें 30 अरब डॉलर का इंवेस्ट किया है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि पाकिस्तान धीरे-धीरे चीन के कर्ज के जाल में फंसता रहा है।
पाकिस्तान लगातार चीन के कर्ज के जाल में फंसता जा रहा है। चीन पाकिस्तान में चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपैक) बना रहा है। इसके तहत पाकिस्तान में सड़कें, बंदरगाह और पॉवर प्लांट बनाए जाने हैं। पिछले छह सालों में चीन ने इसमें 30 अरब डॉलर का इंवेस्ट किया है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि पाकिस्तान धीरे-धीरे चीन के कर्ज के जाल में फंसता रहा है।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने पिछले हफ्ते पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से मुलाकात की थी। इस दौरान सीपैक के तहत 6.8 अरब डॉलर के एक रेलवे प्रोग्राम को शुरू करने पर सहमति बनी थी। इसके तहत 1900 किलोमीटर की रेलवे लाइन बनाई जानी है। इस प्रोग्राम को मेन लाइन 1 (एमएल1) नाम दिया गया है।
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