दिल्ली पुलिस ने बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है। पुलिस की स्पेशल सेल ने इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के एक आतंकी को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया।

 पुलिस और आतंकी के बीच कुछ राउंड फायरिंग हुई थी। शुरुआती पूछताछ के बाद आतंकी को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे 8 दिन की पुलिस रिमांड पर दे दिया।
भीड़ वाली जगहों पर धमाके करना चाहता था
आतंकी का नाम अबू यूसुफ खान है। वह लोन वुल्फ अटैक यानी अकेले ही हमला करने की फिराक में था। यूसुफ दिल्ली के कई इलाकों में रेकी कर चुका था। पुलिस के मुताबिक वह 15 अगस्त के आसपास भीड़ वाले इलाकों में हमले करने की फिराक में था, लेकिन कड़ी सुरक्षा होने की वजह से नाकाम रहा।
आतंकी के पास 2 आईईडी (इंप्रूव्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस), एक पिस्टल और 4 कारतूस मिले हैं। आईईडी को प्रेशर कुकर में फिट किया गया था। सूत्रों का कहना है कि अयोध्या में बन रहा राम मंदिर भी आतंकी के निशाने पर था।

हैंडलर्स अफगानिस्तान के खुरासान में हैं
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आतंकी यूसुफ की उम्र 36 साल है। उसने कई पहचान और पते होने का खुलासा हुआ है। आतंकी को अफगानिस्तान के खुरासान स्थित आईएस हैंडलर्स से आदेश मिलता था। वह भारत में बड़े हमले की साजिश रच रहा था। वह कश्मीर के आईएस नेटवर्क से भी संपर्क में था। यूसुफ मूल रूप से यूपी के बलरामपुर का रहने वाला है।
पुलिस ने धौला कुआं और करोल बाग के बीच रिज रोड पर बुद्धा जयंती पार्क के पास शुक्रवार रात करीब 11.30 बजे आतंकी को गिरफ्तार किया, वह बाइक पर था। बुद्धा जयंती पार्क के आस-पास नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के कमांडो तैनात किए गए हैं।
एटीएस की टीम ने बलरामपुर में एक घर को सील किया
बताया जा रहा है कि यूपी एटीएस यूसुफ को बलरामपुर लेकर जाएगी। उधर, बलरामपुर के बढ़या भैसारी गांव में रहने वाले मुस्तकीम के तार भी इस मामले से जुड़ते नजर आ रहे हैं। मुस्तकीम के घर को पुलिस ने सील कर चारों तरफ से घेर रखा है। मुस्तकीम शुक्रवार को अपने किसी रिश्तेदार का इलाज कराने लखनऊ गया था और वहीं से लापता है।
जनवरी में भी दिल्ली में 3 आतंकी पकड़े गए थे
9 जनवरी को दिल्ली में आईएस के 3 आतंकियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था। ये तीनों गणतंत्र दिवस पर हमले की फिराक में थे। तीनों आतंकी तमिलनाडु से फरार हुए थे। इनके तीन साथी नेपाल भाग गए थे। 2 आतंकियों के पास से हथियार भी बरामद हुए थे।
आईएस से कनेक्शन के आरोप में बेंगलुरु में डॉक्टर पकड़ा गया था
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को यह कार्रवाई की थी। पकड़ा गया डॉक्टर रहमान (28) एमएस रमैया मेडिकल कॉलेज में ऑप्थेलमोलॉजिस्ट रह चुका है। रहमान के लिंक आईएस से जुड़े होने के आरोप हैं। रहमान की गिरफ्तारी आईएस से जुड़े एक व्यक्ति और उसकी पत्नी से मिली जानकारी के आधार पर की गई। पति-पत्नी मार्च में दिल्ली में गिरफ्तार किए गए थे।

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