कोटा से छात्रों की वापसी/ घर लौटे कोटा में पढ़ने वाले स्टूडेंट पर 14 दिनों तक रहना होगा अपनों से अलग; बोले- कोरोना के डर से पढ़ाई में नहीं लग रहा था मन




राजस्थान स्थित कोटा में अलग-अलग कोचिंगों में मेडिकल व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने वाले कई छात्र-छात्राओं को रोडवेज की बसों से शनिवार रात प्रयागराज लाया गया। उन्हें अलग-अलग गेस्ट हाउस में क्वारंटाइन किया गया है। रविवार की सुबह दो दर्जन टीम इन गेस्ट हाउसों में पहुंच कर छात्रों का रैपिड टेस्ट करने में लगी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 1350 लोगों का रैपिड टेस्ट होना है।


राजस्थान के कोटा से झांसी के 32 छात्र-छात्राओं के रैपिड टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इससे सभी ने राहत की सांस ली है। मंगलवार को भी कई विद्यार्थियों का रैपिड टेस्ट किया गया है। इनकी रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। लॉकडाउन हो जाने के बाद कोटा में कोचिंग कर रहे देश भर के छात्र-छात्राएं घर नहीं लौट पा रहे थे। छात्र-छात्राओं ने घर वापसी के लिए सोशल मीडिया पर मुहिम छेड़ दी। प्रदेश की योगी सरकार ने इसका संज्ञान लिया और विद्यार्थियों को रोडवेज बसों से वापस लाए। झांसी मंडल के लगभग सवा दो सौ छात्र-छात्राएं लौटे हैं, इसमें झांसी के 130 विद्यार्थी शामिल हैं। इन सभी की झांसी उतरने के दौरान थर्मल स्क्रीनिंग आदि की गई। किसी में भी कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिलने से स्थिति सामान्य थी लेकिन कोटा से लौटी गाजीपुर की छात्रा की रैपिड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया। सोमवार रात में छात्र-छात्राओं के सैंपल लेने शुरू कर दिए गए। इनमें से 32 की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। मंगलवार को भी कई छात्रों के सैंपल लिए गए हैं। इनकी जल्द रिपोर्ट आ सकती है।

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