पाकिस्तान से सटी पश्चिमी सीमा पर राजस्थान के मुक्त आकाश में फाइटर जेट उड़ाने की ट्रेनिंग विंग कमांडर अभिनंदन से सीखने वाली फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह अब देश का सबसे आधुनिक फाइटर जेट राफेल का उड़ाने की तैयारी में है। फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी ने पश्चिमी राजस्थान के सूरतगढ़ व नाल एयरबेस पर मिग 21 बायसन लड़ाकू विमान उड़ाना सीखा।

इस दौरान उन्होंने बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान सुर्खियों में आए विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान से बतौर इंस्ट्रक्टर मिग 21 बायसन की बारीकियां सीखीं। कड़ी तकनीकी परीक्षा से गुजरने के बाद शिवांगी का चयन मल्टी रोल राफेल फाइटर के पायलट के तौर पर हुआ है।

उन्हें अगस्त में ही यहां से अंबाला में स्क्वाड्रन नंबर 17 ‘गोल्डन एरो’ में शिफ्ट किया गया। इससे वह गोल्डन गर्ल के रूप में मशहूर हो गई। चार से पांच महिला फाइटर पायलट्स में से शिवांगी का चयन हुआ। वह राफेल के लिए हर इम्तिहान में खरी उतरीं। अब वह अंबाला में ट्रेनिंग के बाद रफाल उड़ाएंगी।

बनारस की बेटी शिवांगी को तीन साल पहले मिला कमिशन

एयरफोर्स में महिलाओं के लिए फाइटर स्ट्रीम में शामिल करने की अनुमति के बाद 2016 में पहले बैच की अवनी चतुर्वेदी व राजस्थान की भावना कांत को कमिशन मिला था। इसके बाद महिलाओं के दूसरे बैच में शिवांगी को बतौर फाइटर पायलट चुना गया था। उसे 2017 में एयरफोर्स में कमिशन मिला।

तीनों फेज की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद 2019 में उसे राजस्थान के सूरतगढ़ व नाल एयरबेस भेजा गया था। मूलत: वाराणसी की शिवांगी को एयरफोर्स के सबसे पुराने फाइटर जेट मिग 21 बायसन पर शुरुआती ट्रेनिंग दी गई। इससे पहले अवनी को सूरतगढ़ तथा मोहनासिंह को बाड़मेर के उत्तरलाई एयरबेस पर मिग 21 बायसन पर ट्रेनिंग दी गई।

इसके बाद इन्हें सुखोई सहित अन्य विमान उड़ाने में दक्ष किया गया। फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह वाराणसी में स्कूलिंग के बाद उच्‍च शिक्षा के लिए बीएचयू पढ़ने गई थीं। वहीं वह नेशनल कैडेट कोर में 7 यूपी एयर स्क्वाड्रन का हिस्सा थीं। इसके बाद 2016 में प्रशिक्षण के लिए वायु सेना अकादमी ज्वॉइन की थी।

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