बिहार में गुरुवार को बिजली गिरने से 23 जिलों में 83 लोगों की मौत हो गई। गोपालगंज में 14, मधुबनी और नवादा में 8-8 और सीवान व भागलपुर में 6-6 लोगों की मौत हुई।
दरभंगा, पूर्वी चंपारण और बांका में 5-5 व्यक्ति की मौत हुई। खगड़िया और andanga में 3-3 और पश्चिमी चंपारण, किशनगंज, जहानाबाद, जमुई, पूर्णिया, सुपौल, कैमूर व बक्सर में 2-2 लोगों की मौत हुई है।
समस्तीपुर, शिवहर, अकबर, सीतामढ़ी और मधेपुरा में एक-एक व्यक्ति की जान गई। आपदा प्रबंधन विभाग ने इसकी पुष्टि की है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। सीएम ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें।
बिजली से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी किए गए निर्देशों का पालन करें। बारिश के दौरान घरों में ही रहें या सुरक्षित स्थानों पर रहें।
गोपालगंज के उचका गांव में अलग-अलग जगहों पर खेत में काम कर रहे लोगों की मौत हो गई। बरौली में दो, सोनबरसा और खजूरिया में एक-एक की जान गई।
बारिश का लाल रूप
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए 12 जिलों में रेड रिव्यू जारी किया है। इसमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा और मधेपुरा शामिल हैं।
इसके अलावा कटिहार, भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया और जमुई में भी भारी बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, देश में तीन सिस्टम सक्रिय हैं। उत्तरी छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
यह प्रणाली धीरे-धीरे उत्तर-पूर्व में आगे बढ़ेगा और बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश तराई क्षेत्रों के लगभग पहुंच में। मानसून ट्रफ भी 27 जून तक तराई क्षेत्रों में रहेगा।
इस कारण से बिहार में भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पूर्व की तरफ से हवाएं चल रही हैं।