उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में कानपुर के बिकरु गांव जैसी वारदात सामने आई है। बुधवार रात चोर को पकड़ने गए एक एसआई और कॉन्स्टेबल पर आरोपी और उसके परिवार वालों ने हमला कर दिया।
उन्हें घेरकर पीटा और सरकारी पिस्टल भी छीन ली। हमले में घायल एसआई की गुरुवार सुबह अस्पताल में मौत हो गई। कॉस्टेबल जख्मी हुआ है।
पुलिस ने कुछ आरोपियों को हिरासत में ले लिया। छीनी गई पिस्टल बरामद कर ली है। आरोपियों पर रासुका लगाने की तैयारी है।
ग्रामीणों ने घेरकर दरोगा और सिपाही को बेहोश होने तक पीटा
मामला सैनी थाना क्षेत्र के नरसिंगपुर कछुआ गांव का है। कड़ा धाम कोतवाली के एसआई कृष्ण राय सिंह और सिपाही दिलीप यादव ने बुधवार रात करीब 9 बजे मुखबिर की सूचना पर यहां दबिश दी। यहां चोरी के आरोपी सिंटू को हिरासत में लिया। इससे गुस्साए आरोपी के परिजन और गांववालों ने उन पर लाठियों से हमला कर दिया।
मामला सैनी थाना क्षेत्र के नरसिंगपुर कछुआ गांव का है। कड़ा धाम कोतवाली के एसआई कृष्ण राय सिंह और सिपाही दिलीप यादव ने बुधवार रात करीब 9 बजे मुखबिर की सूचना पर यहां दबिश दी। यहां चोरी के आरोपी सिंटू को हिरासत में लिया। इससे गुस्साए आरोपी के परिजन और गांववालों ने उन पर लाठियों से हमला कर दिया।
घायल सिपाही दिलीप यादव ने बताया कि एसआई कृष्ण राय ने अपने बचाव में सरकारी पिस्टल निकाली, जिसे भीड़ में किसी ने छीन लिया। बेसुध होकर जब वे जमीन पर गिर गए, तब भीड़ ने उन्हें पीटना बंद किया।
हमले की घटनाओं से सबक कब लेगी पुलिस?
कौशांबी जिले में यह पहली ऐसी घटना नहीं है। इससे पहले पश्चिम शरीरा थाना इलाके में भीड़ ने एसआई और सिपाही को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था और पिस्टल छीन ली थी। इसके बाद ताजा मामला 2 जुलाई का है। जब कानपुर के बिकरु गांव में गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर हमला कर दिया गया था। इसमें 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी।
कौशांबी जिले में यह पहली ऐसी घटना नहीं है। इससे पहले पश्चिम शरीरा थाना इलाके में भीड़ ने एसआई और सिपाही को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था और पिस्टल छीन ली थी। इसके बाद ताजा मामला 2 जुलाई का है। जब कानपुर के बिकरु गांव में गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर हमला कर दिया गया था। इसमें 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी।

Post a Comment